दृष्टि

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हमारे देश भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। हर एक राज्य अपने आप में अनूठा है। अलग अलग भाषाएं, अलग अलग संस्कृति ,अलग भोजन, अलग वेश भूषा ,रहन सहन का अलग ढंग, ढेर सारे त्यौहार, ऐसी जाने कितनी विविधताओं ने, हर एक राज्य को अलग अलग रंगों से सजाया है। …..दोस्तों, इतनी विविधताओं के बाद भी हमारे देश की एकता पूरे विश्व के लिए मिसाल है। तभी तो हमारा देश विविधता में एकता वाला देश कहा जाता है। जिस देश की आदि संस्कृति ने वसुधैव कुटुम्बकम जैसे बीजमन्त्र दिए हों, जिस देश की सभ्यता ने पूरी धरती को ही अपना परिवार माना हो। ऐसी सभ्यता और संस्कृति में जन्म लेने पर मुझे गर्व है।

अपने रोजगार एवं व्यवसाय के लिए आप में से बहुत से मित्रों को एक राज्य से दूसरे राज्य में आकर रहना पड़ता है। इसी प्रवसन के कारण ना चाहते हुए भी,आपको बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। क्योंकि अपना राज्य छोड़कर जिस दूसरे राज्य को आप अपनी कर्मभूमि बनाते है, एक तो वहाँ आपके परिचित बहुत कम होते है,दूसरा संघर्ष और अति व्यस्तता के कारण आप आपस में मिलने जूलने का समय भी नहीं निकाल पाते। अपने गाँव, शहर व राज्य में तो आपके बहुत से शुभचिंतक, दोस्त, मित्र,व परिवार,के लोग होते हैं, लेकिन दूसरे राज्य में आप बिलकुल अकेले, अजनबी की तरह होते हैं। हमारे पास सब कुछ होने के बाद भी, हम डरे सहमे से रहते है। हमारे आस पास हमारे व्यवसाय, शहर व प्रदेशों के बहुत लोग रहते है, लेकिन हमारा आपस में परिचय ही नहीं हो पाता। यदि किसी भी माध्यम से हमारा आपस में परिचय हो जाए, तो हम एक दूसरे को सामाजिक, आर्थिक व व्यापारिक दृष्टि में तो मदद कर ही सकते है। साथ ही साथ हम संगठित होकर बड़ी से बड़ी परेशानी का सामना मिलकर कर सकते है।

मित्रों, परेशानी हमेशा अपना लक्ष्य कमजोर व असंगठित लोगों को बनाती है, मज़बूत व संगठित लोगों के पास केवल ख़ुशहाली, समृद्धि, सफलता, व सम्पन्नता आती है।

                प्यारे मित्रों, सभी पर प्रांतीय को एक दूसरे से मिलाने के लिए, उनको संगठित करने के लिए, सुख दुःख में एक दूसरे के साथ खड़े रहने के लिए, एक पर प्रांतीय संघ की अवधारणा विकसित की गयी है। एक ऐसा संघ , एक ऐसी संस्था ,एक ऐसा संगठन जो एक राज्य से दूसरे राज्य में निवास करने वाले मित्रों की सभी समस्याओं का निदान करने में सक्षम होगा।

मित्रों, पर प्रांतीय संघ के उद्देश्य…आपके सामने विस्तार पूर्वक इसकी वेबसाइट पर उपलब्ध है। आप सभी से निवेदन है कि, संघ के उद्देश्यों को पढ़ें , समझें और संघ के बारे एक दूसरे से चर्चा करें। यदि हमसे कुछ छूट गया हो तो आपके भी सुझाव आमंत्रित है। मैं उम्मीद करता हूँ कि आप इस संघ के लोककल्याणकारी उद्देश्यों को अच्छे से समझकर अतिशीर्घ इससे जुड़ेंगे व अपने परिवार ओर मित्रों को भी जुड़ने के लिए प्रेरित करेंगे। पर प्रांतीय संघ परिवार में आपका स्वागत है। परिवार से जुड़ने के लिए नीचे दिए नम्बर पर मिस्ड कॉल करे। मिस्ड कॉल करते ही आप परिवार के सदस्य हो जाएगे।